सहरसा (प्रतिनिधि)-
जिले के गांधी पथ स्थित तैलिक साहु वैश्य भवन में सोमवार को वैश्य समाज के द्वारा बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं वैश्य समाज के पुरोधा स्व. शंकर प्रसाद टेकरीवाल के 89 वां जयंती समारोह पूर्वक मनायी गयी।
जयंती समारोह में उपस्थित वैश्य समाज के कार्यकर्ताओं ने उनके तस्वीर पर माल्यर्पण एवं पुष्पांजलि अर्जित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर एक सभा का भी आयोजन किया गया। जिसमें सभी वक्ताओं ने एक स्वर से वैश्य समाज के उत्थान एवं आपसी एकजुटता का संकल्प लिया। वैश्य समाज सहरसा के जिलाअध्यक्ष मोहन प्रसाद साह की अध्यक्षता एवं प्रवक्ता राजीव रंजन साह के संचालन में चली जयंती समारोह को संबोधित करते हुए जिलाअध्यक्ष मोहन प्रसाद साह ने कहा कि स्व. टेकरीवाल की राजनीतिक यात्रा जनसंघ से शुरू होकर समाजवादी विचार पर आकर स्थिर हो गया था। उनकी नजर में वैश्य समाज सहित सभी जातियों के प्रति एकरूपता एवं समानता का भाव रखते थे इसलिए एक सफल राज्य स्तरीय राजनीतिज्ञ थे।
उन्होंने कहा कि उनके आदर्श एवं विचार से आज भी वैश्य समाज के लिए आदरणीय है। अतः यह समाज उनके नेक कार्य के पद चिन्हों पर चले। इस अवसर जदयू नेता सह वैश्य समाज के उपाध्यक्ष देवेन्द्र कुमार देव ने कहा कि स्व. टेकरीवाल व उनके पुरखों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। खासकर शिक्षा के क्षेत्र मे उनके किए गए कार्य को आने वाली जितनी भी पीढी याद रखेगी।
वैश्य समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष अर्जुन चौधरी ने कहा कि अपने पूर्वजों व महापुरूषों की जयंती हम सबों को आपसी एकजुटता और सामाजिक विकास की प्रेरणा प्रदान करती है।
इस मौके पर पूर्व वार्ड पार्षद सुबोध साह, कृष्ण मोहन चौधरी, जिला महामंत्री संजय कुमार, युवाध्यक्ष अजित कुमार अजय, मीडिया प्रभारी नीरज राम, फुलेश्वर साह, रंजीत बबलू, रंजीत चौधरी, मनोज मिलन, देव नारायण चौधरी, अरूण जायसवाल, शांति प्रसाद साह, भैरव साह, सत्यनारायण साह, रूपेश कुमार, रामनाथ साह, किशोर साह, सुनील सूर्या, बिनोद साह, उपेन्द्र नारायण गुप्ता, पुलकित साह, राजेन्द्र प्रसाद साह, इंदु साह, दिनेश साह एवं आलोक कुमार, सुरेंद्र साह , रोशन कुमार, अरिवंद साह ,अनुरूदध साह , आदि ने भी संबोधित करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किया। जबकि धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्रवक्ता राजीव रंजन साह ने कहा कि वैश्य समाज के युवाओं को सामाजिक कायों में बढ-चढकर हिस्सा लेना चाहिए। संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए आपसी मनभेद को भूला देना चाहिए।
जिले के गांधी पथ स्थित तैलिक साहु वैश्य भवन में सोमवार को वैश्य समाज के द्वारा बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं वैश्य समाज के पुरोधा स्व. शंकर प्रसाद टेकरीवाल के 89 वां जयंती समारोह पूर्वक मनायी गयी।
जयंती समारोह में उपस्थित वैश्य समाज के कार्यकर्ताओं ने उनके तस्वीर पर माल्यर्पण एवं पुष्पांजलि अर्जित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर एक सभा का भी आयोजन किया गया। जिसमें सभी वक्ताओं ने एक स्वर से वैश्य समाज के उत्थान एवं आपसी एकजुटता का संकल्प लिया। वैश्य समाज सहरसा के जिलाअध्यक्ष मोहन प्रसाद साह की अध्यक्षता एवं प्रवक्ता राजीव रंजन साह के संचालन में चली जयंती समारोह को संबोधित करते हुए जिलाअध्यक्ष मोहन प्रसाद साह ने कहा कि स्व. टेकरीवाल की राजनीतिक यात्रा जनसंघ से शुरू होकर समाजवादी विचार पर आकर स्थिर हो गया था। उनकी नजर में वैश्य समाज सहित सभी जातियों के प्रति एकरूपता एवं समानता का भाव रखते थे इसलिए एक सफल राज्य स्तरीय राजनीतिज्ञ थे।
उन्होंने कहा कि उनके आदर्श एवं विचार से आज भी वैश्य समाज के लिए आदरणीय है। अतः यह समाज उनके नेक कार्य के पद चिन्हों पर चले। इस अवसर जदयू नेता सह वैश्य समाज के उपाध्यक्ष देवेन्द्र कुमार देव ने कहा कि स्व. टेकरीवाल व उनके पुरखों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। खासकर शिक्षा के क्षेत्र मे उनके किए गए कार्य को आने वाली जितनी भी पीढी याद रखेगी।
वैश्य समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष अर्जुन चौधरी ने कहा कि अपने पूर्वजों व महापुरूषों की जयंती हम सबों को आपसी एकजुटता और सामाजिक विकास की प्रेरणा प्रदान करती है।
इस मौके पर पूर्व वार्ड पार्षद सुबोध साह, कृष्ण मोहन चौधरी, जिला महामंत्री संजय कुमार, युवाध्यक्ष अजित कुमार अजय, मीडिया प्रभारी नीरज राम, फुलेश्वर साह, रंजीत बबलू, रंजीत चौधरी, मनोज मिलन, देव नारायण चौधरी, अरूण जायसवाल, शांति प्रसाद साह, भैरव साह, सत्यनारायण साह, रूपेश कुमार, रामनाथ साह, किशोर साह, सुनील सूर्या, बिनोद साह, उपेन्द्र नारायण गुप्ता, पुलकित साह, राजेन्द्र प्रसाद साह, इंदु साह, दिनेश साह एवं आलोक कुमार, सुरेंद्र साह , रोशन कुमार, अरिवंद साह ,अनुरूदध साह , आदि ने भी संबोधित करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किया। जबकि धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्रवक्ता राजीव रंजन साह ने कहा कि वैश्य समाज के युवाओं को सामाजिक कायों में बढ-चढकर हिस्सा लेना चाहिए। संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए आपसी मनभेद को भूला देना चाहिए।
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