सिमरी बख्तियारपुर, (सहरसा)।
अनुमंडल के फेनसाहा गांव में शनिवार की रात 6 लड़के एवं हजारो बराती मदरसा दारूल उलूम अल अजिजिया फेनसाहा के परिसर में सामूहिक निकाह सह जलसा समारोह खुशनुमा माहौल में सम्पन्न हुआ। सामूहिक निकाह में 6 जोड़ों ने निकाह कुबूल किया। नवविवाहित जोड़ों को कमेटी ने उपहार स्वरूप गृहस्थी का सभी सामान भेंट किया। सामूहिक निकाह के भब्य समारोह में समाजसेवी एवं गणमान्य नागरिकों एवं महिलाओं ने शिरकत कर जोड़ों को आर्शीवाद प्रदान किया। वही नव दम्पत्तियों को उपहार के रूप में पलंग, गोदरेज, कुलर, गैस चूल्हा, सिलाई मशीन सहित 16 प्रकार के समान के साथ बरातियो को भोजन पैकेट देकर विदा किया गया।
इस अवसर पर एक जलसा का भी आयोजन किया गया। जिसमें यूपी, राजस्थान, बिहार के ओलमाओ तकरीर कर मुस्लिम समाज में व्याप्त कुरीतियों को त्याग कर अल्लाह की इबादत करने की सलाह दी। यूपी देवबंद के मौलाना नूरी ने कहा कि हदीस का गहन अध्ययन करें। उसे वयां एक एक शब्द सच्चे मुसलमान के नियम कायदे भरें पडें। है। उन्होंने कहा कि अल्लाह की इबादत है। तो हम सुकून से धरती हैं। और जब यह संतुलन बिगड़ता है, तो प्रलय की स्थिति बनती है। इसके अलावा बंगाल के मौलाना खालिद सैफुलला गाजी चतुर्वेदी, मौलाना कारी इमदाद उल्ला बीकानेर, कारिंदे अफाक एवं नजामत मुफ्ती मुश्ताक ने की। यह समारोह बरकत फॉउंडेशन की जानिब से आयोजित कर निर्धन लड़की एवं लडकों का निकाह कराया गया था। विभिन्न स्थानों से आए नव जोड़ो को गवाहों के मौजूदगी में मौलाना ने अकत पढ़ा निकाह कुबूल कराया गया।
इस समारोह में फाउण्डेशन के मुख्य आयोजक बरकत अली ने कहा कि फाउण्डेशन के तहत इलाके में पहली बार इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर जिस प्रकार का जिम्मेदारी कार्यक्रम के प्रति मिली है। उससे उत्सूकता बढ़ी है। आगे भी इस प्रकार का आयोजन बड़े पैमाने पर कराए जाऐगे। उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए समर्पित फाउंडेशन ने समाज के हरेक तबके के लोगों के सहयोग से यह समारोह आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि आज 6 जोड़ों की निकाह के साथ नव दम्पत्ति को शादी के जोड़े के साथ पलंग, कुर्सी, तोसक, ट्रंक, अलमीरा सहित कई प्रकार के घरेलू उपयोग की वस्तुएं देकर यही से ससुराल के लिए विदा की गई।
इस सामुहिक शादी को देखने के लिये अगल-बगल के लोग खासकर महिलाये की भीड़ उमड़ पड़ी।
समारोह में फेनसाहा मस्जिद के इमाम रिजवान, हाफिज साबिर, हाफिज कारी सावित, हाजी अली अख्तर, कसिम उदीन, जियाउद्दीन, माहिर, आसिफ, वसी अहमद, अशफाक आलम, आजाद, महबूब आलम, फजलुर रहमान, मुजफ्फर अली, साहदाब, साजिद, जफर, ययाहा सिद्दिकी, एजाज अहमद, औवेद, मिनितुलला, अनवारूल हसन, फैसल, सन्ना, अब्दुल वासित, रौकी, आबिद, शिखा उदीन, मसरफ, हाजी अख्तर, हाजी इमरान, नजमुल होदा, इशा साहब सहित सभी नौजवान फेनसाहा के जिम्मेदारी निभाई एवं नवविवाहिता वर-वधू को शुभकामनाएं दी। निकाह 6 जोड़ी में शमशाद आलम के संग नसरीन खातुन, शाहिद रजा संग नाहिद परवीन, हसनैन संग रेशमा खातुन, शिवत अली के संग बीबी सईदा खातुन, अहमद आलम के संग जुबैदा खातुन, मोसाईद के संग बीबी नसरीन परवीन का निकाह किया गया।
अनुमंडल के फेनसाहा गांव में शनिवार की रात 6 लड़के एवं हजारो बराती मदरसा दारूल उलूम अल अजिजिया फेनसाहा के परिसर में सामूहिक निकाह सह जलसा समारोह खुशनुमा माहौल में सम्पन्न हुआ। सामूहिक निकाह में 6 जोड़ों ने निकाह कुबूल किया। नवविवाहित जोड़ों को कमेटी ने उपहार स्वरूप गृहस्थी का सभी सामान भेंट किया। सामूहिक निकाह के भब्य समारोह में समाजसेवी एवं गणमान्य नागरिकों एवं महिलाओं ने शिरकत कर जोड़ों को आर्शीवाद प्रदान किया। वही नव दम्पत्तियों को उपहार के रूप में पलंग, गोदरेज, कुलर, गैस चूल्हा, सिलाई मशीन सहित 16 प्रकार के समान के साथ बरातियो को भोजन पैकेट देकर विदा किया गया।
इस अवसर पर एक जलसा का भी आयोजन किया गया। जिसमें यूपी, राजस्थान, बिहार के ओलमाओ तकरीर कर मुस्लिम समाज में व्याप्त कुरीतियों को त्याग कर अल्लाह की इबादत करने की सलाह दी। यूपी देवबंद के मौलाना नूरी ने कहा कि हदीस का गहन अध्ययन करें। उसे वयां एक एक शब्द सच्चे मुसलमान के नियम कायदे भरें पडें। है। उन्होंने कहा कि अल्लाह की इबादत है। तो हम सुकून से धरती हैं। और जब यह संतुलन बिगड़ता है, तो प्रलय की स्थिति बनती है। इसके अलावा बंगाल के मौलाना खालिद सैफुलला गाजी चतुर्वेदी, मौलाना कारी इमदाद उल्ला बीकानेर, कारिंदे अफाक एवं नजामत मुफ्ती मुश्ताक ने की। यह समारोह बरकत फॉउंडेशन की जानिब से आयोजित कर निर्धन लड़की एवं लडकों का निकाह कराया गया था। विभिन्न स्थानों से आए नव जोड़ो को गवाहों के मौजूदगी में मौलाना ने अकत पढ़ा निकाह कुबूल कराया गया।
इस समारोह में फाउण्डेशन के मुख्य आयोजक बरकत अली ने कहा कि फाउण्डेशन के तहत इलाके में पहली बार इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर जिस प्रकार का जिम्मेदारी कार्यक्रम के प्रति मिली है। उससे उत्सूकता बढ़ी है। आगे भी इस प्रकार का आयोजन बड़े पैमाने पर कराए जाऐगे। उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए समर्पित फाउंडेशन ने समाज के हरेक तबके के लोगों के सहयोग से यह समारोह आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि आज 6 जोड़ों की निकाह के साथ नव दम्पत्ति को शादी के जोड़े के साथ पलंग, कुर्सी, तोसक, ट्रंक, अलमीरा सहित कई प्रकार के घरेलू उपयोग की वस्तुएं देकर यही से ससुराल के लिए विदा की गई।
इस सामुहिक शादी को देखने के लिये अगल-बगल के लोग खासकर महिलाये की भीड़ उमड़ पड़ी।
समारोह में फेनसाहा मस्जिद के इमाम रिजवान, हाफिज साबिर, हाफिज कारी सावित, हाजी अली अख्तर, कसिम उदीन, जियाउद्दीन, माहिर, आसिफ, वसी अहमद, अशफाक आलम, आजाद, महबूब आलम, फजलुर रहमान, मुजफ्फर अली, साहदाब, साजिद, जफर, ययाहा सिद्दिकी, एजाज अहमद, औवेद, मिनितुलला, अनवारूल हसन, फैसल, सन्ना, अब्दुल वासित, रौकी, आबिद, शिखा उदीन, मसरफ, हाजी अख्तर, हाजी इमरान, नजमुल होदा, इशा साहब सहित सभी नौजवान फेनसाहा के जिम्मेदारी निभाई एवं नवविवाहिता वर-वधू को शुभकामनाएं दी। निकाह 6 जोड़ी में शमशाद आलम के संग नसरीन खातुन, शाहिद रजा संग नाहिद परवीन, हसनैन संग रेशमा खातुन, शिवत अली के संग बीबी सईदा खातुन, अहमद आलम के संग जुबैदा खातुन, मोसाईद के संग बीबी नसरीन परवीन का निकाह किया गया।
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