सिमरी बख्तियारपुर, (सहरसा)।
सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर मंगलवार को अनुमंडल के सिमरी बख्तियारपुर महंत नारायण दास उच्च विद्यालय एवं सलखुआ प्रखंड के उच्च विद्यालय के मैदान में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एक चुनावी सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने केंद्र एवं राज्य सरकार की कटु आलोचना करते हुए कहा कि सुवे की वर्तमान सरकार बिहार के लोगों की अमन चैन शांति को छीन लिया है। सुवे में कानून व्यवस्था गिर चुकी है। हत्या, बलात्कार, गैंगरेप आदि का बोलबाला है। गरीब की इज्जत के साथ खिलवाड़ किया जाता है। अंत: नीतीश सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि गरीबों को सताने के नाम पर शराबबंदी की गई है। शराबबंदी के नाम पर सवा दो लाख गरीब लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। डेढ़ लाख लोग जेल से आवाजाही कर चुके है। क्या यही शराबबंदी है। जब अमीर एवं रसूख रखने वाले अधिकारी नेता के लोग शराब पीते हैं तो उसके लिए कोई कानून नहीं है। लेकिन गरीब का बेटा दो घूंट शराब पीकर सड़क पर निकलता है। तो पुलिस उसे ब्रेथ एनालाइजर लगाकर जेल भेज देती है। हम लोगों की सरकार बनेगी तो शराब बंदी को खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब हम मुख्यमंत्री थे, तो गरीबों के लिए सबसे अधिक योजनाएं चलाने का काम किया। जिसे नीतीश की सरकार ने खारिज कर दिया है।
उन्होंने कहा कि हमारी शासन में डिग्री होल्डर 20 से 40 वर्ष के बेरोजगारों को जब तक नौकरी नहीं मिलेगी उसे 5 हजार रूपए नियोजन भत्ता देने का काम किया था। ताकि वे उस पैसे से शिक्षा ग्रहण करें, किताब खरीदे। लेकिन नीतीश जी उसे भी हटा दिया। आज हमारी योजनाओं का अनुसरण झारखंड कर रही है। उन्होंने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार विदेशों में कहती है। कि हमने शौचालय की योजनाओं चलाकर ओडीएफ कर दिया है। लेकिन हजारों महिलाएं आज भी शौचालय के लिए बाहर जाती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में कांग्रेस ने अपना कार्यालय तक नहीं बनाया। लेकिन मोदी ने 16 सौ करोड़ रुपए खर्च कर बीजेपी का कार्यालय बनाया।
इस अवसर पर वीआईपी सुप्रीमो मुकेश साहनी ने कहा कि पटना में 2 दिन बाढ़ आता है तो पटना में हाय तौबा मच जाती है। लेकिन हम कोसी क्षेत्र के रहने वाले लोग दो 2 महीने बाढ़ के पानी से जूझते हैं। इसकी सूर्य की सरकार को फिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि इन सत्तासीन लोगों की ताकत आप सभी मतदाता है। आपकी ताकत से हुई राज करते हैं। अगर सुवे के लोगों को अमन चैन शांति सुकून मैं खलल पड़ता है, तो ऐसे शासक को हटा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार में बेरोजगारी बढ़ी है रोजगार के अवसर समाप्त हुए हैं आज आज हमारे युवा दिल्ली मुंबई प्रदेश कमाने के लिए जाते हैं। क्या दिल्ली मुंबई के युवा कमाने के लिए बिहार आते हैं। उन्होंने कहा कि 15 साल की नीति शासनकाल में बिहार को बर्बादी के कगार पर पहुंचा दिया।
इस अवसर पर वीआईपी नेता भोगी सहनी ने कहा कि सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा उपचुनाव में इस बार दिनेश निषाद स्वस्थ छवि के एक सामाजिक कार्यकर्ता है। जिन्होंने बरसों से लोगों की सेवा करते आ रहे हैं। उन्होंने आम मतदाताओं से दिनेश निषाद को वोट देने की अपील की। वहीं उम्मीदवार दिनेश निषाद ने कहा कि मैं अनवरत वर्षों से समाज सेवा से जुड़ा हुआ हूं। मेरे ऊपर अभी तक 107 का मुकदमा भी दर्ज नहीं है। एक बार मुझे विधानसभा भेजकर सेवा करने का मौका दें। मैं आपके चुनौती पर खरा उतरूंगा। इस सभा की अध्यक्षता बेचन राम एवं मंच संचालन बिंदेश्वरी साहनी ने किया। सभा को भोगी साहनी, रेशमा शर्मा, रामरतन ऋषि देव, पिंकी सहनी, रतीलाल सादा, विनोद बंपर, अर्जुन सहनी, विभा शर्मा, गणेश मुखिया आदि सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया।
सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर मंगलवार को अनुमंडल के सिमरी बख्तियारपुर महंत नारायण दास उच्च विद्यालय एवं सलखुआ प्रखंड के उच्च विद्यालय के मैदान में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एक चुनावी सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने केंद्र एवं राज्य सरकार की कटु आलोचना करते हुए कहा कि सुवे की वर्तमान सरकार बिहार के लोगों की अमन चैन शांति को छीन लिया है। सुवे में कानून व्यवस्था गिर चुकी है। हत्या, बलात्कार, गैंगरेप आदि का बोलबाला है। गरीब की इज्जत के साथ खिलवाड़ किया जाता है। अंत: नीतीश सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि गरीबों को सताने के नाम पर शराबबंदी की गई है। शराबबंदी के नाम पर सवा दो लाख गरीब लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। डेढ़ लाख लोग जेल से आवाजाही कर चुके है। क्या यही शराबबंदी है। जब अमीर एवं रसूख रखने वाले अधिकारी नेता के लोग शराब पीते हैं तो उसके लिए कोई कानून नहीं है। लेकिन गरीब का बेटा दो घूंट शराब पीकर सड़क पर निकलता है। तो पुलिस उसे ब्रेथ एनालाइजर लगाकर जेल भेज देती है। हम लोगों की सरकार बनेगी तो शराब बंदी को खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब हम मुख्यमंत्री थे, तो गरीबों के लिए सबसे अधिक योजनाएं चलाने का काम किया। जिसे नीतीश की सरकार ने खारिज कर दिया है।
उन्होंने कहा कि हमारी शासन में डिग्री होल्डर 20 से 40 वर्ष के बेरोजगारों को जब तक नौकरी नहीं मिलेगी उसे 5 हजार रूपए नियोजन भत्ता देने का काम किया था। ताकि वे उस पैसे से शिक्षा ग्रहण करें, किताब खरीदे। लेकिन नीतीश जी उसे भी हटा दिया। आज हमारी योजनाओं का अनुसरण झारखंड कर रही है। उन्होंने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार विदेशों में कहती है। कि हमने शौचालय की योजनाओं चलाकर ओडीएफ कर दिया है। लेकिन हजारों महिलाएं आज भी शौचालय के लिए बाहर जाती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में कांग्रेस ने अपना कार्यालय तक नहीं बनाया। लेकिन मोदी ने 16 सौ करोड़ रुपए खर्च कर बीजेपी का कार्यालय बनाया।
इस अवसर पर वीआईपी सुप्रीमो मुकेश साहनी ने कहा कि पटना में 2 दिन बाढ़ आता है तो पटना में हाय तौबा मच जाती है। लेकिन हम कोसी क्षेत्र के रहने वाले लोग दो 2 महीने बाढ़ के पानी से जूझते हैं। इसकी सूर्य की सरकार को फिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि इन सत्तासीन लोगों की ताकत आप सभी मतदाता है। आपकी ताकत से हुई राज करते हैं। अगर सुवे के लोगों को अमन चैन शांति सुकून मैं खलल पड़ता है, तो ऐसे शासक को हटा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार में बेरोजगारी बढ़ी है रोजगार के अवसर समाप्त हुए हैं आज आज हमारे युवा दिल्ली मुंबई प्रदेश कमाने के लिए जाते हैं। क्या दिल्ली मुंबई के युवा कमाने के लिए बिहार आते हैं। उन्होंने कहा कि 15 साल की नीति शासनकाल में बिहार को बर्बादी के कगार पर पहुंचा दिया।
इस अवसर पर वीआईपी नेता भोगी सहनी ने कहा कि सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा उपचुनाव में इस बार दिनेश निषाद स्वस्थ छवि के एक सामाजिक कार्यकर्ता है। जिन्होंने बरसों से लोगों की सेवा करते आ रहे हैं। उन्होंने आम मतदाताओं से दिनेश निषाद को वोट देने की अपील की। वहीं उम्मीदवार दिनेश निषाद ने कहा कि मैं अनवरत वर्षों से समाज सेवा से जुड़ा हुआ हूं। मेरे ऊपर अभी तक 107 का मुकदमा भी दर्ज नहीं है। एक बार मुझे विधानसभा भेजकर सेवा करने का मौका दें। मैं आपके चुनौती पर खरा उतरूंगा। इस सभा की अध्यक्षता बेचन राम एवं मंच संचालन बिंदेश्वरी साहनी ने किया। सभा को भोगी साहनी, रेशमा शर्मा, रामरतन ऋषि देव, पिंकी सहनी, रतीलाल सादा, विनोद बंपर, अर्जुन सहनी, विभा शर्मा, गणेश मुखिया आदि सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया।